Intraday trading in hindi – Intraday trading करने से पहले ये जान लेना जरूरी है यह सबके जोखिम वाली ट्रेड में से एक में गिनी जाती है पर इंडेक्स के मुकाबले इक्विटी एक सेफ और काम जोखिम वाली जगह होती है जहां आप टेक्निकल एनलासिस और प्रैक्टिस से 2- 5 प्रतिशत अधिकतम 20% की रोजाना कमाई की जा सकती है।
Intraday trading
इंट्राडे ट्रेडिंग में एक ही ट्रेडिंग दिन के भीतर स्टॉक खरीदना और बेचना शामिल है। यहाँ शेयरों को निवेश के लिए नहीं, बल्कि स्टॉक इंडेक्स का उतार–चढ़ाव बढ़ाने के लिए खरीदा जाता है। इस प्रकार, शेयरों की कीमतों में उतार–चढ़ाव पर नजर रखी जाती है ताकि लाभ कमाया जा सके।
इंट्रा डे ट्रेडिंग के लिए एक ऑनलाइन ट्रेडिंग खाता खोला जाता है। इंट्रा डे ट्रेडिंग करते समय, आपको यह ध्यान रखना होता है कि आप ऑर्डर कर रहे हैं जो ट्रेडिंग दिन के भीतर ही संपन्न होगा। इसलिए, इसे इंट्रा डे ट्रेडिंग भी कहा जाता है।
12 गोल्डन टिप्स , जिससे आप इंट्राडे ट्रेड में माहिर खिलाडी हो जाएंगे (Intraday trading in hindi) by Ankit Kumar Mishra
- ट्रेड सेट अप:- ट्रेड लेने के लिए आपके पास 1 या 2 स्क्रीन जरूर रखे जिससे आप बाजार के गतिविधियों पर नजर रख सके मुख्य रूप से (निफ्टी , सेंसेक्स , बैंक निफ्टी और ट्रेड स्टॉक)
- रिस्क मैनेजमेंट :- आपको अपने बजट की और उसमे करने वाली अर्निंग की टारगेट की लिमिट पहले तय करनी होगी। और मुख्य रूप से होने वाली हानि को भी सख्ती पूर्वक अमल करना होगा।
- स्टॉप लॉस को अपना मित्र बना ले :- Intraday करते समय सौदा डालने से पहले ही स्टॉप लॉस तय करना और उसे ट्रेड में डालना बहुत जरूरी है इससे ट्रेड आपके विपरीत होने पर हानि होने की संभावना कम होती है।
- स्टॉक में लिक्वीडीटी हो :- आप उस स्टॉक का चयन कीजिए जिसकी ज्यादा लिक्वीडीटी हो जिससे आप को ट्रेंड से निकलने में ज्यादा समय न लगे
- चार्ट के पैटर्न पर नजर बनाए रखे :- आपको यह जानना करना बहुत जरूरी है की चार्ट अपना लो और हाई क्या बना रहा या चार्ट रेंज बॉन्ड हो कर एक ही जगह घूम रहा है।
- स्टॉक की खबर पर रखे नजर :- आप जिस भी स्टॉक पर ट्रेड कर रहे है उसके खबरों पर नजर बनाए रखे जिससे अचानक आने वाले वॉल्यूम और ब्रेक आउट / ब्रेक डाउन का अनुमान आप पहले से लगा पाए।
- इंडिगेटर का इस्तेमाल जरूर करे :- चार्ट पर RSI या अपने सुविधा के अनुसार इंडीगेटर का इस्तेमाल करे जिससे आपको चार्ट में होने वाली बदलाव की जानकारी का अनुमान पहले से लगा सकते है ।
- एंट्री और एग्जिट का चुनाव :- ट्रेड में एंट्री पोजिशन और एक्जिट का टारगेट पहले से ट्रेड में डाल कर रखे
- समय सीमा का चुनाव :- आपको यह तय करना बहुत जरूरी है की आपके टारगेट के हिट होने का समय अंतराल कितना हो सकता है तब तक धैर्यता पूर्वक बैठे कभी कभी यह इस बात पर भी तय करता है की आप छोटे पॉइंट को लेने के लिए इस्केलपिंग करते हो।
- प्राइज एक्शन पर रखे नजर :- स्टॉक के प्राइज को लगातार वॉच करते रहे प्रीवियस डे के क्लोज , हाई एंड लो को नोट कर लें।
- टारगेट मिलते साथ ट्रेड से बाहर हो जाए :- सबसे महत्वपूर्ण यह है की आपको टारगेट मिलते साथ ट्रेड सेट-अप छोड़ कर बाहर होने की आदत बनानी होगी जिससे आप अपने कैपिटल को लगातार बढ़ाते रहे।
- प्रॉफिट को होल्डिंग में बदलना सीखे :- अपने प्रॉफिट के कुछ हिस्से को होल्डिंग में बदलने की आदत आप सालो साल शेयर बाजार में ठहरने और लगातार प्रॉफिटेबल रहने में आपकी मदद करता है by Ankit Kumar Mishra
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Intraday trading in hindi
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